सुबह की हल्की धूप कमरे की सफ़ेद परदों से छनकर अंदर गिर रही थी।
मैं चादर में लिपटी, करवट लेकर सोई हुई थी — नींद आधी थी, थकान पूरी।
सुबह की हल्की धूप कमरे की सफ़ेद परदों से छनकर अंदर गिर रही थी।
मैं चादर में लिपटी, करवट लेकर सोई हुई थी — नींद आधी थी, थकान पूरी।
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